हेल्लो दोस्तों मैं काफी समय से हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट कोम पर सेक्स की कहानियां पढता आया हूँ. और मुझे भी पता हे की यहाँ बहुत सारी कहानिया जूठी हैं और लोगो के लंड खड़ा करने के लिए लिखी गई हैं. और उसमे कोई बुराई भी तो नहीं हैं. मतलब जैसे फिल्म में दिखाते हैं वैसे ही यहाँ स्टोरी लिखी होती हैं.
लेकिन ये स्टोरी जो आज मैंने आप के लिए लिखी हैं वो मेरी लाइफ की एक सच्ची घटना हैं. और मैंने आप लोगो के लिए लिखी हैं. आप को स्टोरी में मैं अपनी गर्लफ्रेंड की चुदाई की बात बताऊंगा. मेरी उम्र 19 साल हे. मेरो बॉडी बहुत स्ट्रोंग हैं क्यूंकि मैं पंजाब का रहनेवाला हूँ. मेरा लंड साड़े 7 इंच का हैं और उसकी मोटाई 2 इंच हैं. मेरी गर्लफ्रेंड का नाम रजनी हैं और उसका फिगर 34 28 34 हैं और उसकी उम्र 18 साल हैं.
जब वो चलती हैं तो लड़के और बूढ़े भी अपने लंड को खुजा ले ऐसा यौवन हैं उसका. मैं और मेरी गर्लफ्रेंड एक ही विलेज से है. और हम अपने विलेज से दूर किसी और सिटी में पढाई करते हैं. कहम स्कुल बस से से आते जाते हैं और शाम को 6 बजे घर आते हैं. स्कुल के बाद ट्यूशन पर जाते थे.
पहले हमारी पहचान ऐसी गहरी नहीं थी. लेकिन जैसे जैसे दिन बीते वैसे वैसे हम गहरे दोस्त हो गए. हम दोनों फोन पर बातें करने लगे और सभी बातें हम एक दुसरे के साथ शेयर करते थे. मैंने अपने एक दोस्त के कहने पर उसे प्रोपोस कर दिया और उसने हाँ कर दी. इस तरह हम रोज बातचीत करते कभी कभी मैं उसको किस भी करता था.
ये सब चलते को आधा साला हो गया. एक दिन मैंने सोचा की क्यूँ ना चुदाई की जाए. उस रात जब उसका फोन आया तो मैंने उस से चुदाई की बात की पर उसने कहा की मुझे डर लगता हैं. मैंने कहा की एक बार थोडा दर्द होगा लेकिन बाद में बहुत मजा आएगा. तो वो मान गई पर हमारे पास कोई जगह नहीं थी सेक्स करने के लिए. मैंने कई दोस्तों से रूम के लिए बात की पर कही भी जगह नहीं थी.
मैंने सोचा की क्यूँ ना स्कुल के अन्दर ही चुदाई कर ली जाए. यु हिन् 2 3 दिन और बिट गए. और उसका फोन आया और मैंने कहा क्यूँ ना स्कुल में ही सेक्स करे. वो बोली पागल हो गए हो क्या, कोई आ जाएगा. मैंने कहा की मैंने एक प्लान बनाया हैं. वो बोली क्या? मैंने कहा हम दोनों मोर्निंग में 6:30 बजे वाली बस पर चलेंगे. उसने कहा की घर पर क्या बोलू? तो मैंने कहा की तुम बोल देना की ट्यूशन पर जाना हैं. वो बोली ठीक हैं. मैंने बोला की मैं कल सुबह वेट करूँगा. वो बोली ठीक हैं. मैंने फोन काट दिया. बाद में मैंने अपने दोस्त को फोन किया और उसे प्लान के बारे में बताया. वो समझ गया. मैंने कहा तुम भी जल्दी आ जाना वो बोला ठीक हैं.
बाद में मैं घर से बहार जाकर निरोध ले आया और स्कुल बेग मैं छिपा के रख दिए. फिर मैं सो गया क्यूंकि मुझे कल का इन्तजार था. मुझे पता ही नहीं कब आँख लग गई. जब सुबह 5 बजे अलार्म बजा तो मैं जल्दी से उठकर तैयार हो गया. मेरे को रेडी होने में 1 घंटा लग गया. 6 बज रहे थे. मैं अपनी मोम के पास गया और बोला मुझे जल्दी जाना हैं आज ट्यूशन हैं. तो उन्होंने बोला ठीक हैं नास्ता कर लो. मैंने जल्दी से नास्ता कर लिया और बस स्टेंड पर चला गया.
वहां जा के देखा तो रजनी पहले से वहाँ आ के खड़ी हुई थी. उसे देखा तो मैं देखता ही रह गया. वो एकदम सेक्स बोम्ब लग रही थी. 10 मिनिट के बाद में हमारी बस भी आ गई.
करीब 7 बजे हम स्कुल पहुँच गए. और मैंने अपने दोस्त को फोन किया. मैंने पूछा की कहाँ हैं. वो बोला बस 5 मिनिट मैं आ रहा हूँ. मैंने कहा ठीक हैं. मैं और रजनी स्कुल मैं पहुँच गए. सारा स्कुल खेल था. हम जल्दी से अपनी क्लास में जाकर बैठ गए. 5 मिनिट बाद मेरा दोस्त आ गया. मैंने उसे कहा की हम गर्ल बाथरूम जा रहे हैं, तुम इधर रुको, जब कोई आने लगे तो फोन कर देना. वो बोला ठीक हैं. मैं रजनी को ले के बाथरूम चला गया.
मैंने बाथरूम को अंदर से लोक कर लिया और लाईट ओं कर दी. मैं तो जल्दी से उसे किस करने लगा. करीब 10 मिनिट तक किस करने के बाद हमने अपने कपडे उतारे. जब उसने कपडे उतारे तो मैं तो देखता ही रह गया. क्या बॉडी थी! मेरा लंड एक झटके से ही खड़ा हो गया. वो देख कर हंस पड़ी. मैंने उसके बूब्स सक करने लगा. करीब 5 मिनिट के बाद मैंने अपना लंड उसके मुह में दे दिया और चूसने को बोला.
वो 10 मिनिट चुस्ती रही. मैं झड़ने ही वाला था की मैंने अपने लंड को बहार निकाल लिया. और फिर रजनी को खड़ा कर के उसकी चूत को चाटने लगा. 5 मिनिट के बाद मैंने उसे घोड़ी बना दिया. और लंड पर निरोध चढ़ा कर उसकी गांड पर रखा. गांड बहुत ही टाईट थी. मैंने थोडा थूंक लगाया और डालने लगा बट नहीं जा रहा था. रजनी बोली अरे कहा गलत छेद में घुसा रहे हो. थोडा निचे करो घुसेगा. वो हगने की जगह हैं.
मैं तो जानता ही था लेकिन मैंने भोले भले बनने की एक्टिंग की और फिर लंड को निचे उसकी चूत में डाला. निरोध की चिकनाहट की वजह से अब मेरा लंड उसकी चूत में घुस गया. रजनी रो पड़ी और मैंने उसके मुहं को अपने हाथ से दबा दिया. उसने मेरे हाथ को काटा लेकिन मैंने उसे छोड़ा नहीं. मैंने उसे पीछे से कस कस के धक्के दिए. उसके आंसू मेरे हाथ पर आ गिरे. लेकिन मैंने उसके ऊपर जरा भी दया नहीं दिखाई और मैं उसे चोदता रहा.
रजनी को भी अब मजा आने लगा था. वो भी गांड को हिला हिला के मेरी जांघो से लडवा रही थी. और मटक मटक के कुल्हे हिला के मेरा लंड ले रही थी. पांच मिनिट की मजेदार चुदाई के बाद मेरे लंड का पानी उसकी चूत में निकल गया. मैंने निरोध को निकाल के टॉयलेट में ही डाल दिया. वो कपडे पहन रही थी. तभी मेरे दोस्त का कॉल आया जल्दी करो वहां से निकलो एक प्यून उधर ही आ रहा हैं. मैंने रजनी को कहा मैं निकलता हूँ क्यूंकि ये लेडिज टॉयलेट हैं.
मैं फटाक से वहां से निकल गया. मेरे लंड का पानी निकलने की वजह से घुटनों का जोर कम हो चूका था. 9 बजे रजनी मुझे बहार मिली. मैंने कहा कैसे रहा. वो बोली, खूब मजा आ गया!!!