आज के इस सेक्स गध्य में मैं आप को बताने के लिए आया हूँ की कैसे एक से ज्यादा लड़कियों को चोदने के अनुभव में मजा आता हैं. मैं पुणे के अन्दर एक जाने माने बीपीओ में काम करता हूँ. और जब मैं ट्रेनिंग में था तो मेरी बेच में एक सेक्सी लड़की थी. और वही लड़की बाद में जा के मेरी गर्लफ्रेंड बनी. लेकिन ये कहानी मेरी गर्लफ्रेंड की नहीं लेकिन उसकी एक फ्रेंड की हैं. उसका नाम प्रिया हैं और वो मेरे से उम्र में 2 साल छोटी हैं. जैसे जैसे मेरा और मेरी गर्लफ्रेंड का रिलेशन बढ़ा वैसे ही मेरा और प्रिया का रिलेशन भी बढ़ता गया.
और जैसे जैसे हम दोनों के बिच में डेली बातें होने लगी; हम दोनों के बिच का बांड और भी गहरा हुआ. और फिर जब भी मैं और प्रिया मिलते थे तब प्रिया भी वही होती थी. वैसे मेरे दिमाग में पहले प्रिया को ले के कोई बुरा ख़याल नहीं था. लेकिन मेरे दिमाग में उस सोच का बिज मेरी गर्लफ्रेंड ने ही बोया था. तब तक प्रिया सिर्फ मेरी अच्छी दोस्त थी जो मेरी बहन के जैसी ही थी!
लेकिन फिर मेरी गर्लफ्रेंड एकदम पजेशिव हो गई थी. और उसने मुझे प्रिया के साथ सब रिश्ते तोड़ देने को कहा. लेकिन वो मेरे लिए पोसिबल नहीं था. लेकिन मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को बताया की मेरे और प्रिया के बिच में कुछ भी नहीं हैं. लेकिन उसने एक भी बात नहीं मानी और अपनी जिद्द के ऊपर अड़ी रही. और फिर मेरी गर्लफ्रेंड ने साफ़ कह दिया की या तो मैं या फिर प्रिया, दोनों में से किसी एक को चूज कर लो. मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं था उसके साथ सब सबंध तोड़ने के सिवा.
और उधर प्रिया के पास कोई क्लू नहीं था की ये सब क्या हो रहा हैं. और उसे भी बहुत बुरा लगा की मैंने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बात करना बंद कर दिया था. और उसने भी एक लड़के के साथ डेटिंग चालू कर दी थी जो उसे बहुत परेशान भी करता था. वो मेरी मदद लेना चाहती थी लेकिन उसने मुझे कुछ कहा नहीं.
कुछ महीने ऐसे ही बिना कोई कोंटेक के निकले और फिर एक दिन मैंने हिम्मत कर के प्रिया को कॉल किया. और मुझे पता चला की उसका भी ब्रेकअप हो चूका था. मैं समझ नहीं पा रहा था की ये सुन के मैं दुखी होऊं या अपना रास्ता क्लियर होने की वजह से खुश! और फिर मैंने हिम्मत से उसे कह दिया की मैं उसे पसंद करता था. और फिर उस रात को तो मैंने उसके साथ एक साथ 3 घंटे से भी ऊपर तक बात की. और फिर अगले दिन हमने मिलने का प्लान भी बना लिया.
और अगले दिन मैंने ऑफिस में बंक कर दिया. वो मेरे घर पर आई. उसने डेनिम और टी शर्ट पहना हुआ था. मैंने उसे एक मस्त हग कर के वेलकम किया. वो भी एकदम रिलेकस हो के मेरे को हग कर रही थी. और फिर हम लिविंग रूम के सोफे के ऊपर बैठ के डिसकस करने लगे. उसने मुझे कहा की मेरा उस से करीब होना गलत था. और वो बहाने से बता रही थी ताकि मैं उस से दूर रहूँ. लेकिन मुझे लगा की वो शायद वो ये जानना चाहती थी की मैं उसे कितना पसंद करता था!
मैंने उसके हाथ को पकड़ लिया और बोला प्रिया मुझे तुम्हे लाइक करने से कोई भी नहीं रोक सकता. और तुम कितने भी बहाने बताओ तुम भी नहीं रोक सकती हो. और मैं तुम्हारे साथ ऐसा खो जाना चाहता हूँ की बस हम सेक्स करें और दुनिया को भूल जाए. और मैं ऐसे चोदुंगा तुम्हे की तुम भी सब कुछ भूल जाओगी!
ये सुन के वो एकदम शोक हो गई और अपना मुहं खुला रख के मुझे देखने लगी. वो कुछ बोली नहीं और मैंने उसके कंधे के ऊपर हाथ रख के कहा. चलो हम दोनों के अरमानो को मिल जाने देते हैं.
वो पथ्थर के जैसी खड़ी हुई थी. मैंने उसके निचले लिप्स के ऊपर किस कर लिया. उसने अपने होंठो को बंद कर दिया और सिग्नल दिया की उसे भी मेरी किस पसंद आई थी. और फिर मैं उसे किस करते हुए उसके गले के ऊपर हाथ फेरने लगा. और फिर मेरे हाथ धीरे धीरे उसकी कमर के ऊपर चले गए. और अब हम दोनों ही थोड़े वाइल्ड हो चुके थे. और फिर हम दोनों सोफे के ऊपर गिर पड़े.
मेरे लिविंग रूम के परदे अभी भी खुले हुए थे. अगर किसी ने खिड़की से देखा तो हम दोनों की मस्त किस देख लेता. और फिर हम दोनों और भी वाइल्ड होने लगे. और फिर मैंने एक हाथ से प्रिया के बूब्स को पकड़ लिए और दबा दिए. वो जोर से रो पड़ी. मैंने उसकी टी शर्ट को फाड़ दिया और उसके बूब्स को चूसने लगा. और प्रिया ने मुझे कहा की चलो मुझे बिस्तर में डाल के जोर से चोद दो जान! मैंने उसे पकड़ के उसे दिवार के साथ खड़ा कर दिया और उसको किस करने लगा और उसके बूब्स को पकड़ने लगा.
मैंने उसे बिस्तर के ऊपर डाल दिया और फिर मैंने उसके और अपने कपडे खोल दिए. और फिर भूखे कुत्ते के जैसे उसके ऊपर टूट पड़ा. उसने भी मेरा लंड पकड़ लिया और वो उसे ऊपर निचे कर हिलाने लगी. और मैं उसको किस कर रहा था और उसने मुझे कहा की मुझे जल्दी से चोद दो. मेरे पास कोई कंडोम नहीं था लेकिन मुझे उसकी कोई परवाह भी नहीं थी. मैंने धीरे से अपने लंड को उसकी चूत के ऊपर रख दिया. और फिर लंड को धीरे से घिस के उसकी चूत के दाने को हिलाने लगा. और फिर मैंने एक झटके में लंड को चूत में डाला. बाप रे उसकी चूत कितनी गरम और टाईट थी! मेरे ऐसा लंड डालने से उसकी जैसे फट ही गई और वो जोर से चिल्ला उठी. और मैं और भी जोर जोर से चोदने लगा उसकी चूत को. उसकी टाईट चूत को चोदने का मजा ही कुछ और था!
कुछ ही देर की धक्कापेल चुदाई के बाद मेरा वीर्य प्रिया की चूत में निकल गया. लेकिन अभी मुझे और चोदना था और उसको भी.
मेरे दिमाग में ये बात भी थी की अब कुछ ही देर में मेरे मम्मी पापा के आने का टाइम हो जायेंगे. और मैंने ये बात प्रिया को भी बताई. लेकिन प्रिया रुकने को रेडी नहीं थी. मैंने उसे कहा एक काम करते हे चलो छत के ऊपर चले जाते हैं. वो बोली कही भी ले जाओ लेकिन आज मेरी चूत को अपने लोडे से फाड़ दो.
मैंने उसे छत के ऊपर ले गया और अपना लंड उसके मुहं में दे दिया. वो घुटनों के ऊपर बैठ के मजे से मेरे लंड को चूसने लगी थी. वो इतने मजे से लंड को चूस रही थी और बोल रही थी की तुम्हारा लंड बड़ा मस्त हैं. मेरा लंड एकदम कडक हो चूका था और उसकी चूत को एक बार फिर से मारने के लिए रेडी था.
मैंने उसके हाथ पकड लिए और उसके दोनों बूब्स को पकड लिए. उसने वही फटी हुई टी शर्ट पहनी थी जिसको मैंने फाड़ डाली थी. वो भी जोर जोर से हिल हिल के कह रही थी अब डाल दो उसको अन्दर!
मैंने लंड को प्रिया की चूत के होल पर रख दिया और एक ही धक्के में पुरे लंड को अन्दर कर दिया. प्रिया के मुहं से आह निकल गई. लेकिन अब की उसे उतना दर्द नहीं हुआ था. वो अपनी गांड को हिला के मजे से मेरा लंड लेने लगी!!!
Ye thi meri kahani, kaisi lagi aap sab ko ?