ये मेरी पहली कहानी हैं, इसलिए कुछ गलत हो गया हो तो क्रिपया क्षमा कीजिए।
मै बहुत दिनों से सोच रहा था क्यो ना मै भी अपनी कहानी आप लोगों के साथ शेयर किया जाये..
मेरा नाम रोहन हैं, नाशिक में रहता हूँ उम्र २३ साल उंचाई ५.५ और रंग सावला हैं, मेरे दोस्त कहते है की में बहुत लकी हु, पहले मुझे उनकी बाते समझमे नही आती थी, पर जब मेरे सेकंड इयर के इक्झाम के बाद दिनभर घर ही रहता था.
हमारे बाजू के रुम के नये किरायेदार रहने आये थे। उन के परिवार में तिन लोग रहते थे। अंकल जिनकी उम्र ३६ साल की होगी वो किसी प्राइवेट कंपनी मैं काम करते हैं। और अंटी जिनकी उम्र ३० साल की है। उनका नाम छाया हैं….. और ऐक १५ साल का लडका हैं।
आंटी देखने में इतनी सुंदर हैं की किसी बुढे का भी लंड खडा कर दे। मुझे आंटी बहुत पसंद है ख़ासकर ३०-४०साल उम्र वाली आंटी। आंटी की हरकतों से साफ पता चलता है की…. आंटी बहुत बडी चुदक्कड है। मगर मुझे कोई चान्स नही मिल रहा था फिर ऐक दिन आंटी कपड़े धो रही थी और मै अपने दोस्त के साथ फोन पर बात कर रहा था। मैं ने देखा की आंटी के साडी का पल्लू सरक गया था और अब उनके नितंबो की दरार साफ दिखाई दे रही थी इतनी गहरी थी जी कर रहा था जाके कूद जाऊ।मैं देखने में इतना व्यस्त हो गया था कि कब आंटी की नजर मूज पर पडी मुझे खबर ही नहीं हुई। आंटी हंसने लगी और मै डर के मारे वहा से भाग गया. उस दिन से आंटी मुझसे कुछ ज्यादा ही घुल गयी थी। ऐक दिन घर मै अकेला था घर के सभी लोग गाव गये थे।
३ दिन बाद आने वाले थे,करीब २ बजे मै मोबाइल में ब्लू फिल्म देख रहा था और न जाने कब मेरा हाथ अडरवियर के अंदर चला गया और मेरा ८ इंच लंबा लंड बाहर आ गया, और मै अपने लंड को सहलाने लगा, और दोपहर के टाइम था तो सभी तरफ शांती थी इसलिए मेरे मोबाइल का आवाज आंटी के रूम तक जा रहा था, और आंटी खिड़की से सब कुछ देख रही थी, शायद उसे मेरा लंड जो लोहे के रोड की तरह से कडक हो गया था। मै मूंठ मारने में बहूत व्यस्त था,ईसलिए बाहर मेरा ध्यान ही नही गया, मैं अपने काम मे खो गया था, तभी अचानक से दरवाजा जोर से खूल गया, मैं तो पसीने भीग गया था और सामने आंटी खडी थी, इससे पहले के मै कपड़े पहनता आंटी बोली ये क्या कर रहा है तु….??
मेरी तो जैसे सांसे बंद हो गयी हो, मैने कहाँ” कुछछछ नही आंटी”आंटी बोली सच बता नही तेरी मम्मी को बता दुंगी। मुझे कुछ समझमे नही आ रहा था, क्या बोलु और मेरे मूह से निकाल गया….’कुछ नही आंटी २-४ दिन से मेरा वो बहुत दुख रहा है।’
आंटी़ वो क्या…..??मैः आंटी वही। आंटी ः देख मुझे कुछ समझ मे नहीं आ रहा है ,मै तेरी माँ को फोन करती हूँ। उनको ही बता ….मैने उनके पाव पकड लिए प्लिज आंटी फोन मत लगाओ ।आप जैसा कहोगी मै वही करूंगा, प्लिज आंटी प्लिज…. आंटी :तो सच बता…
मै: आंटी मै ब्लू फिल्म देख रहा था न जाने ये कैसे हो गया।
आंटी: अच्छा दिखा कौन सी फिल्म देख रहा था।
मै: आंटी वो सविता भाभी कि चुदाई ।
आंटी ने मेरे हाथ से मोबाइल छिन लिया, और बोली बैठ मेरे साईड में, मैंडर ते हुये बैठ गया करता भी क्या मेरे पास और कोई चारा भी नही था। आंटी फिल्म देख रही थी और उनकी आंखों से अब वासना साफ नजर आ रही थी। मुव्ही मे सीन चल रहा था की सेल्समैन सविता भाभी कि चूत कुत्ते की तरह चाट रहा था,
इधर आंटी भी गरम हो गयी थी, और अपनी चूत में एक उंगली डाल रही थी, ओर मेरा भी बहुत बूरा हाल हो रहा था… मै चोर की तरह चुपचाप तमाशा देख रहा था। आंटी ने मुझे पास बुलाया और बोली चुपचाप मेरी चूत चाट….. मै ने भी जाके सीधा चूत पर मुँह रख दिया और चाटने लगा पहले टेस्ट खराब लगा तो मैने मुँह हटा लिया। लेकिन आंटी हद से ज्यादा गरम हो गई थी। और उसमे मेरा मुँह पकड के वापिस चूत पे लगा लिया। और मै भी लग गया चाटने में। २मिनट बाद आंटी : रोहन अपनी पेंट तो खोल दिखा तो तेरा हथियार कितना बडा हैं। मैने पेट घुटने तक खिसका दी और मेरा ८ इंच लंबा लंड आंटी को सलाम करने लगा, आंटी की आखे चमकने लगी उस ने मेरा लंड अपने हाथ में पकडा और हिलाने लगी,, मुझे भी मजा आ रहा था आंटी बोली तेरा लंड तो बहुत बडा है ईनका तो तेरी तुलना में लुल्ली हैं।
और आंटी ने मेरे लंड को मुँह मे भर लिया ऊफ्फफफफफ क्या फिलींग थी, आंटी बहुत जोर जोर से मेरे लंड के सुपारे को चूस रही थी, कभी वो लंड को मुंह मे गले तक लेती, कभी मेरी गोटियो को चाटती, ऐसा लग रहा था जैसे वो बहुत दिनों से लंड की प्यासी थी। ३मिनट मे ही मै झड गया,आंटी बोली क्या इतनी जल्दी झड गये। मैने कहाँ भुखी भेडनी की तरह ऐसे चाट रही हो तो मैं कंट्रोल नही कर पाया, साँरी आंटी।
आंटी : अच्छा अब जल्दी से मेरी प्यास बुझा दो देर न करो रोहन कही ये मेरी जान न ले जाये।
मै : ये कौन आंटी।
आंटी : मेरी मेरी चुदक्कड चूत बेटे, प्लिज डालो ना इसे अंदर प्लिज… अ हाआहाआहाआ
मैने लंड को आंटी के चूत के छेद पर रखा और जोर से धक्का मारा, तो लंड फिसल गया।
आंटी : ऐसे नही मेरे चोदु राजा……. जरा तेल लगा फिर डाल तेरे लौडे को, देख कैसे जाता है।
मैने तेल लगाया और जोर से पेल दिया लंड एक ही झटके मैं आंटी की चूत चिरता अंदर चला गया. आंटी चिल्लाने लगी”आहहहहह ननोनोओओ शटटटठट्ट।
आंटी : अबे सांड धीरे डाल क्या मारने का प्लान है क्या।
मै : ले रांड बहुत खुजली है ना तेरी ईस चूत में अभी ईसका भर्ता बना देता हूँ, और मै जोरजोर से लंड को उसकी चूत में डिपली डाल रहा था….. मेरे हर धक्के के साथ वो सिसकारी भर रही थी। ५-६मिनट बाद मै रुक गया,
आंटी : क्या हुआ मेरी चेन्नई एक्सप्रेस…….????
मैं :कूछ नही मेरी जान मुझे तेरी गांड मारनी है…….
आंटी : अरे नही अभी नही मेरे राजा अभी मेरी चूत प्यासी पहले इसकी भुँख पुरी कर बांद मे गांड दुंगी। और कही भागी थोडी जा रही हूँ।
मैने उसे डोगी स्टाइल मे कर दिया और पीछे से पेलने लगा ऊफफफफ कितना मजा आ रहा था दोस्तों मै बयाँ नही कर सकता, मै तो जैसे जन्नत का सुख भोग रहा था दोस्तों । आंटी आपकी तो काफी टाइट है अंकल चोदते नही है क्या…..
आंटी :अरे नही रोहन वो तो रोज चोदते है, लेकिन उनका लंड बहुत छोटा है,ईसी वजह से मै सँटिस्फाय नही हो पाती, तेरे लंड मे बहुत दम है, और ये काफी मोटा भी हैं।
बातों के साथ मेरे धक्के भी बड रहे थे, और ऐसे अश्लीश संवाद से चुदाई का मजा दुगुना हो रहा था।
मे झडने वाला था, मैने आंटी पूछाँ आंटी मेरा होने वाला है,
आंटी : कोई बात नही रोहित मेरा आपरेशन हो गया है, अंदर ही डाल दो अपने अम्रीत को,
और मै जोर से झड गया,, आआआआआहहहहहक्ष
हम दोनों की सासे बड गयी थी आंटी बहुत मुस्कुरा रही थी,
क्या हुआ आंटी,
आंटी : अब आंटी बोलना छोड़ भी मुझे नाम से पुकारा करो, और वैसे भी ये तो शुरुआत है आगे देखो क्या क्या होता हैं।
मै : अच्छा मेरी चुदक्कड छाया ये भी तो ट्रेलर है आगे देख तेरी गांड का कैसे कुआ बनाता हूँ। अपने पास तिन दिन है इनदिनो मै मे तेरी चूत और गांड की हालत कैसे खराब करता हूँ।
बाद मे मैने आंटी को कहाँ कहाँ और कैसे चोदा बाद में मैने आंटी को बीअर पिलाके कैसे चोदा ये आप लोगों को अगली कहानी मै लिखुंगा।