हाय फ्रेंड्स मेरा नाम सलोनी है। मै एक जवान खूबसूरत 32 वर्षीय औरत हूँ। मै रामनगर में रहती हूँ। अब तक की इस जवानी का भरपूर मजा मेरे पतिदेव ने लिया है। मेरी चूत में आज भी उतनी ही ज्यादा रस भरी है जितनी मेरी 25 साल की उम्र में थी। मेरे हसबैंड मेरी जवानी का रस चार साल बाद भी नहीं ख़त्म कर पाए। मेरे हसबैंड एक बिल्डर है। वो अक्सर काम धाम के सिलसिले में बाहर ही रहते थे। उनका सेक्स टाइमिंग भी खराब था। रात को देर से थके हुए आते थे। मेरे चुदने के अरमानों पर पानी फेर देते थे। मै सारा कपड़ा निकाल कर चुदने को रेडी रहती थी। लेकिन वो आते और दो चार झटके मार कर ख़त्म होकर बैठ जाते। उतनी देर में तो उनका काम तमाम हो जाता था।
वो स्खलित होकर सो जाते थे। लेकिन उतने समय में तो मेरी चूत गर्म भी नहीं होती थी। जब तक मेरा मौसम बनता था तब तक तो वो अपना माल निकाल चुके होते थे। मै उनके माल को चाटकर उंगलियों से काम चलाती थी। लेकिन ऐसा करते मेरे को वर्षो गुजर गए। अंत में थक हार कर मेरे को दूसरे मर्द का सहारा लेना पड़ा। वो भी करीब 30 साल का था। उस उम्र में भी वो कुवांरा ही घूम रहा था। मेरी चूत को चोदने के लिए उससे अच्छा मर्द नहीं मिलने वाला था। वो भी चूत का तड़ रहा था। मेरे को चुदने के लिए उसका सहारा लेना पड़ा। एक दिन मै मार्केट को जा रही थी। मेरे को वो रास्ते में मिल गया। वो अपनी बाइक लेकर मेरी तरफ आ रहा था।
“चलो भाभी मैं आपको छोड़ देता हूँ” प्रिंस बोला
मै उस दिन पैदल थी। वो मेरे को अपनी बाइक पर बिठा लिया। मै उसके साथ चली गईं। मेरे से वो पहले भी कई बार बात कर चुका था।
“भाभी जी आज आप बहुत ही जयादा मस्त लग रही हो!” प्रिंस बोला
मेरी तारीफों पर तारीफ़ किये जा रहा था। बार बार ब्रेक मार मार कर अपने पीठ में मेरा दूध लगा रहा था। मैं अपने चूचे को जान बूझकर उसके पीठ में लगा रही थी। प्रिंस का मौसम बन रहा था।
“भाभी आप थोड़ा पीछे रहो! आपके स्पर्श से मेरा मौसम बन रहा था” ऐसा उसने मस्ती करते हुए कहा
मेरा भी मूड खराब हो रहा था। वो मेरे को अपने पास से चिपका कर मजे लेने लगा। मै बहुत ही ज्यादा उत्तेजित लग रही थी। उसने शॉपिंग कराने के बहाने मेरे साथ घूमने लगा। उसने मेरे को पटाने की कोशिश भी की।
“तुमने अब तक शादी क्यों नहीं की” मैंने पूछा
“क्या करूँ भाभी मेरे को कोई अच्छी लड़की भी तो नहीं मिलती” प्रिंस से कहा
मैंने अपना फोन निकाला और उसमे से अपनी छोटी बहन का फोटो दिखाकर उसे शादी के लिए पूछा। मेरी बहन भी मेरी तरह खूबसूरत थी। वो भी किसी हेरोइन से कम नहीं लग रही थीं। उसकी फ़ोटो देखकर उसे बड़ी उत्तेजना होने लगी। एक नजर में वो उसे पसन्द करके कहने लगा।
“भाभी आप मेरी शादी इससे करा दो! आप जो कहोगी मैं करूंगा” प्रिंस ने कहा
मैंने उससे अपनी प्यास को बुझाने के चक्कर में रात को अपने घर पर बुलाया। प्रिंस रात को मेरे घर आने का मामला समझ नहीं पा रहा था। मैं भी अपनी चूत को उसके हवाले करके चुदना चाहती थीं। मैंने उसके चैन की तरफ देखकर इशारा कर रही थी। वो मुस्कुराते हुए मेरी तरफ देखने लगा।
“तो बहन के साथ तुम भी मेरा लंड खाना चाहती हो!” प्रिंस बोला
मैंने हँसते हुए बोला “शादी की सिफारिश कर रही हूँ तो कुछ तो घूस चाहिए ही”
प्रिंस ने ठीक है कहकर बात टाल दी। उसके बाद मेरे शॉपिंग का सारा खर्चा उसने किया। वो शादी के चक्कर में मेरे साथ कुछ भी करने को तैयार था। मेरे को उस दिन मौक़ा नहीं मिला। लेकिन उसके दूसरे दिन मेरा घर खाली था। मैंने मौक़ा पाते ही प्रिंस को सब प्लानिंग समझा दी। वो रात को आकर मेरी चूत चोदने का वादा कर के चला गया। मैं बहुत ही खुश थी की आज कई दिनों के बाद मैं किसी और मर्द के साथ चुदने वाली हूँ । शाम ख़त्म हो गयी रात आ गयी थी। प्रिंस ने घर के पीछे वाले दरवाजे से इंट्री मारी। मेरे को उसने आकर चौका दिया। वो चुपके से आकर मेरे को सरप्राइज दे रहा था। उसने मेरे को पीछे से दबोच कर अपने सीने से चिपका लिया। उस दिन मैंने सलवार कुर्ता पहना हुआ था। मेरे पेट को वो हाथो से मसलते हुए बाते करने लगा। पूरा घर खाली था।
“क्या बात है जी आज तो आपका पूरा घर खाली है! जहाँ चाहूं जैसे चाहूं आपको चोद सकता हूँ” प्रिंस बोला
मै उस समय बर्तन धुल रही थीं। रात के करीब 11 बज रहे थे। वो मेरे साथ साथ छोटे बच्चे की तरह जहां जाती वहाँ आ जाती थी। मै फ्री होते ही उसके बिस्तर पर आ गयी।
“क्या बात है आज भी तुम्हारे छरहरे बदन में उतना ही रस भरा हुआ है” प्रिंस ने मेरे को सहलाते हुए कहा
प्रिंस ने मेरे कुर्ते में हाथ डालकर मेरे पेट को सहलाते हुए नाभि में ऊँगली करने लगा। मेरी नाभि कुछ ज्यादा ही गहरी थी। उसके बाद मैने भी अपना कार्यक्रम आगे बढ़ाया। प्रिंस ने पैंट को जिप के ऊपर हाथ रखकर मैंने उसके लंड को मसलना शुरू कर दिया। उसका लंड पैंट के ऊपर से ही छूने में बहुत ज्यादा भारी भरकम लग रहा था। आज मेरे को अपनी चूत को फड़वाने को गजब का मर्द मिला था। उसने अभी बहुत कम बार ही चुदाई की थी। उसने मेरे को अपने जिंदगी की सारी बाते बता रहा था।
“आज बहुत दिनों के बाद मेरे को कोई माल मिली है। आज तो मैं तेरे को चोद कर अपने लंड की प्यास को बुझाऊंगा” प्रिंस ने कहा वो मेरे को चिपकाकर किस करने लगा। कुछ देर तक मेरे को सहलाया। उसके बाद प्रिंस ने फिर एक बार अपना होठ मेरे होंठ पर सटाया।हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉटकॉम
“तुम्हारे होंठो की पंखुडियो में तो बहुत सारा रस भरा हुआ है! आज मैं चूस कर इनका सारा रस निकाल दूंगा” प्रिंस ने कहा
वो मेरे नीचे के होंठ चूसने लगा। मैं भी उसके ऊपर के होंठ को चूसकर उसका साथ देने लगी। मेरे को देख देख कर वो किस कर रहा था। मैंने अपनी आँखे बन्द कर ली। फ्रेंच किस करने में कुछ ज्यादा ही मजा आ रहा था। वो मेरे को अजीब अजीब तरीके से किस करने लगा। मेरे होंठो को चूसने के साथ साथ अपनी जीभ मेरे मुह में डालकर किस करने लगा। मेरी जीभ और उसके जीभ के बीच टकरार हो जाती थी। मैंने अंग्रेजी किस करना सीख लिया था। मेरी धड़कन सांसों के साथ बढ गई थी। मैं हांफने लगी। उससे दूर होकर मैंने चैन की सांस ली।
“भाभी आप अपने एक एक कपडे को उतार कर अपना अंग प्रदर्शन करा दो” प्रिंस ने कहा
मैंने अपने कपडे को निकाल दिया। मैंने अपना कुर्ता निकाल दिया। मै सिर्फ ब्रा में हो गयी। मेरे बड़े मम्मो को देखते ही वो जीभ निकालने लगा। उसको पीने के लिए दोनों हाथों से पकड़ कर दबाते हुए मजा लेने लगा। मेरे को अपना दूध दबवाने में गुदगुदी सी हो रही थी। पहली बार मेरे बूब्स को मेरे पति के अलावा कोई और भी छू रहा था। मेरा भी मूड बनने लगा। उसने मेरे निप्पल को खींचते हुए अपना मुह लगाकर पीने लगा। मैं भी सिसकारियां भरते हुए उसे उससे अपने दूध को पिला रही थी। अचानक से निप्पल को होंठो से खीच खीच कर जोर जोर से पीने लगा। मेरी सिसकारी और भी ज्यादा बढ़ गयी। मै जोर जोर से सिसकारी भरने लगी।
मेरी चूत में गजब की हलचल मचने लगी। लग रहा था अंदर कोई कीड़ा बैठा है जो काट रहा है। दांत से निप्पल को काट काट कर मेरे को बहोत ही गर्म कर दिया। मैं पागल सी होने लगी। उसको अपने बूब्स में दबाकर और जोर से चूसो! काट डालो! मेरे इन बड़े बड़े मम्मो को। यही सब कहकर मै और भी ज्यादा गर्म होने लगी। मैं ये सब अचानक से बोलने लगीं। उसने मेरी चुच्चो को खूब निचोड़ कर पिया। प्रिंस का हाथ मेरी पैंटी के नीचे घुस गया। उस दिन मैंने टाइट पैंट पहन रखी थी। मैंने अपने पैंट का हुक खोल दिया। मेरे को पैंटी में देखकर उसने अपना हाथ मेरी चूत पर रख दिया। वो अपने पैंट को उतार ही नहीं रहा था।
“मेरे राजा अब तुम जल्दी से अपना लंड दिखा दो!”मैंने कहा
प्रिंस जैसे मेरे बोलने का इंतजार ही कर रहा था। एक पल में उसका लंड उसके हाथ में आ गया। अपना लंड सहलाते हुए मेरी तरफ करने लगा। उसका लंड धीरे धीरे खड़ा होने लगा। पहले से सिकुड़ा लंड अब धीरे धीरे मोटा होने लगा। मैंने उसका लंड हिला कर मोटा करने लगी। मेरे हाथ के स्पर्श से ही उसका लंड तेजी से बढ़ने लगा। उसकी लंबाई बढ़ती ही जा रही थी। देखते ही देखते उसका लंड लगभग 7 इंच का हो गया। मैंने अपना मुह खोला और उसका लंड अपने मुह में रखकर चूसने लगी।
“….ऊँ—ऊँ…ऊँ …मेरी चूत की रानी!!….चूसो और अच्छे से चूसो मेरे पप्पू को!! प्रिंस कहने लगा
उसके लंड का सुपारा मेरी जीभ के रगड़ से लाल लाल हो गया। उसने मेरी पैंटी को निकाल कर मेरी टांगों को फैला दिया। मेरी रसीली चूत पर उसकी नजर पड़ते ही उसने मेरी चूत पर अपना मुह लगा दिया। मेरी चूत को आर्यन रसमलाई की तरह चाट चाट कर आनंद ले रहा था। चूत पे अपनी जीभ रगड़ रगड़ कर मेरी मुह से “….उंह हूँ.. हूँ…मेरे चूत के देवता!! मोटे लंड के स्वामी!! अच्छे से चाटो मेरी रसीली चूत को!! हूँ..हमम अहह्ह्ह..अई….अई…..” की सिसकारियां निकाल रही थी।”
मेरी चूत के दाने को काट काट कर मेरे को बहोत ही ज्यादा गर्म कर दिया। मैंने अपनी गांड उठा कर उससे चूत को चटवा कर साफ़ करा रही थी।प्रिंस से भी रहा नहीं जा रहा था। उसने मेरी दोनों टांगो को फैलाकर अपना लंड मेरी चूत पर रगड़ने लगा। मेरी चूत गर्म होकर लाल लाल कर दी। दो तीन मिनट के बाद उसने मेरी चूत के छेद पर अपना लंड सेट करके धक्का मार दिया। मैंने अपनी चूत पर जल्दी से हाथ रखकर मसाज करने लगी। मेरी टाइट चूत में प्रिंस ने अपने लंड का टोपा ही घुसाया था कि मेरी “…… मम्मी…मम्मी…..सी सी सी सी.. हा हा हा …..ऊ ऊऊ ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ…उनहूँ उनहूँ..” की चीख निकाल दी। प्रिंस ने झटके पर झटका मार कर अपना पूरा लंड मेरी चूत में समाहित कर दिया।हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉटकॉम
मै जल्दी जल्दी से अपनी चूत पर उंगलियों से मालिश कर रही थी। मेरी चूत बहोत ही तेज दर्द करने लगी। फिर भी मैं “….उंह हूँ.. हूँ” की आवाज को निकाल रही थी। उस दर्द में भी मैं अपनी चूत उठा उठा काट चुदवा रही थी। मैने अपनी गांड उठा दी। वो अपने लंड को और जोर जोर से पेलने लगा। मेरी चूत फट गयी। अब वो अच्छे से चोद पा रहा था। जोर की चुदाई से मेरी चीखे और भी ज्यादा तेज हो गयी। वो अपनी कमर उठा उठा कर मेरी चूत में अपना लंड पेलने लगा। मेरी चूत भी उसका पूरा लंड जड़ तक खा रही थी। मै “….उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ..हमममम अहह्ह्ह्हह..अई…अई…अई…..” की आवाज निकाल रही थी।
प्रिंस ने अपनी पोजीशन को बदलकर मेरे को चोदने लगा। उसने मेरे को अपनी गोद में उठा लिया। अपने लंड को सटाकर मेरी चूत में पेलने लगा। मेरे को छोटे बच्चे की तरह गोद में उछाल कर चोद रहा था। मै उसका गला पकडे हुई थी। मेरे को हवा में उछाल उछाल कर चोदने लगा। उसका लंड चूत में घुसा हुआ उसका हलुआ बना रहा था। मेरी चूत जोर जोर से रगड़ खाकर अपनी पिचकारी छोड़ दी। मेरी चूत के रस से उसका लंड गीला हो चुका था। गीले लंड से मेरी चुदाई वो और भी स्पीड से करने लगा। मेरी चूत का रस अब चिकनाई का काम कर रहा था। “… ऊँ…ऊँ…ऊँ… फाड़ डाल!! अच्छे से फाड़ डाल मेरी फुद्दी को” ऐसा मैंने प्रिंस से करने को कहा. हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉटकॉम मेरी दोनों चुच्चे बहोत ही जोर जोर से हिल रहे थे। मैं उसे किस कर रही थी। वो मेरे को चोदने में व्यस्त था। अचानक से उसकी चोदने की स्पीड बहोत ही तेज हो गयी। मेरी तो उसने एक बार फिर से “आऊ…..आऊ….हमममम अहह्ह्ह्हह…सी सी सी सी..हा हा हा.. की चीख निकल गयी। अचानक मेरी चूत में कुछ गरमा गरम पानी सा गिरने लगा। मेरी चूत में ही प्रिंस ने अपना सारा माल निकाल दिया। मेरी चूत में स्खलित होने के बाद उसने मेरे को नीचे उतारा। मेरी चूत से टप …टप …टप करके सारा माल नीचे गिर गया। मैंने कपडे से अपनी चूत को साफ़ किया। उसके बाद प्रिंस ने भी अपना लंड कपडे से साफ़ करके कपडे पहन कर चला गया। बाद में भी मैंने कई बार चुदाई का मजा लिया।